कैसे पता करें कि दैवीय शक्तियां आपकी सहायता कर रही हैं या नहीं !!

How to recognize that divine forces are with you and helping you?

आप ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना हैं। वो अपने सारे कार्य मानवों के माध्यम से ही करते हैं। इसलिए दैवीय शक्तियां मानव के साथ होती हैं। परंतु ये शक्तियां कुछ विशेष लोगों के साथ होती हैं।और प्रत्येक कार्य में उनकी सहायता करती हैं। लेकिन यहां प्रश्न ये है कि कैसे पहचानें कि दैवीय शक्तियां आपके साथ है और आपकी सहायता कर रही हैं?


आइए जानते हैं...


इन 11 संकेतों से आप इसको अनुभव कर सकते हैं-


1. अच्छे चरित्र में :

शास्त्र कहते हैं कि दैवीय शक्तियां केवल उसकी ही सहायता करती है, जो दूसरों के कष्ट को समझता है, जो बुराइयों से दूर रहता है, जो नकारात्मक विचारों से दूर रहता है, जो नियमित अपने इष्ट की आराधना करता है या जो पुण्य के काम में लगा हुआ है।

यदि आप समझते हैं कि मैं ऐसा ही हूं तो निश्चित ही दैवीय शक्तियां आपकी सहायता कर रही हैं। आपको बस थोड़ा सा इस बात पर ध्यान देने की आवश्यकता  है कि आप अच्छे मार्ग पर हैं और आपको दैवीय शक्तियां देख रही हैं।


2. ब्रह्म मुहूर्त में :

यदि आपकी आंखें प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में अर्थात् रात्रि 3 से 5 के बीच अचानक ही खुल जाती हैं तो आप समझ जाएं कि दैवीय शक्तियां आपके साथ हैं, क्योंकि यही वह समय होता है जबकि देवता गण जाग्रत रहते हैं।

यदि आप अपने बचपन से लेकर जवानी तक इस समय के बीच उठते रहे हैं तो समझ जाएं कि दैवीय शक्तियां आपके माध्यम से कुछ करवाना चाहती हैं या कि वे आपको एक अच्छी आत्मा जानकर यह संकेत दे रही हैं कि अब उठ जाओ,  यह जीवन सोने के लिए नहीं है।

आपको इस जगत में बहुत कुछ करना है। यह भी कहा जाता है कि सत्व गुण प्रधान लोग इस काल में स्वत: ही उठ जाते हैं। आयुर्वेद के अनुसार इस समय बहने वाली वायु को अमृततुल्य कहा गया है। यह अमृत वेला होती है। कहते हैं कि इस काल में दुनिया के मात्र 13 प्रतिशत लोगों की ही नींद खुलती है।


3. सपने में :

यदि आपको बारंबार मंदिर या किसी देव स्थान के ही सपने आते रहते हैं। सपने में आप आसमान में ही उड़ते रहते हैं या सपने में आप देवी-देवताओं से वार्तालाप करते रहते हैं तो आप समझ जाइए कि दैवीय शक्तियां आपके आस पास ही हैं।


4. . पूर्वाभास :

यदि आपको आने वाली घटनाओं का पहले से ही ज्ञान हो जाता है या आपको पूर्वाभास हो जाता है तो आप समझ जाइए कि दैवीय शक्तियों की आप पर कृपा है।


5. पारिवारिक प्रेम :

आपकी पत्नी, बेटा, बेटी और आपके सभी परिजन आपकी आज्ञा का पालन कर रहे हैं, वे सभी आपसे प्यार करते हैं एवं आप भी उनसे प्यार कर रहे हैं तो आप समझ जाइए कि दैवीय शक्तियां आप से प्रसन्न हैं।


6. भाग्य से भी तेज :

जीवन में आपको अचानक से लाभ प्राप्त हो जाता है। आपके किसी भी कार्य में किसी भी प्रकार की आपको बाधा उत्पन्न नहीं होती है और सभी कुछ आपको बहुत आसानी से मिल जाता है, तो आप समझ जाइए कि दैवीय शक्तियां आपकी सहायता कर रही हैं।


7. सुगंधित वातावरण का अनुभव :

यदि कभी-कभी आपको यह महसूस होता है कि मेरे आसपास कोई है या आपको बिना किसी कारण ही अपने आसपास सुगंध का अनुभव हो तो समझ जाइए कि अलौकिक शक्तियां आपके आसपास आपकी सहायता के लिए उपस्थित हैं।


8. सुहानी हवा :

आप पूजा कर रहे हैं और यदि आपको लगे कि अचानक सुहानी हवा का झोंका या प्रकाश पुंज आ गया और शरीर में सिहरन दौडऩे लगे। ऐसा तो पहले कभी हुआ नहीं तो समझिए कि देवी या देवता आप पर प्रसन्न हैं।


9. शीतल हवा का घेरा :

भूमि पर रहते हुए भी कभी-कभी आपको यह अनुभव हो कि मेरे आसपास बादल या ठंडी हवा का एक पुंज है जिसने मुझे घेरा हुआ है तो आप समझ जाइए कि अलौकिक या दैवीय शक्ति ने आपको घेर रखा है। ऐसा अक्सर बहुत अधिक पूजा-पाठ करने वाले व्यक्ति के साथ होता है।


10. प्रकाश का पुंज :

अचानक ही आपको तेज प्रकाश का पुंज दिखाई दे जिसकी कि आप कल्पना भी नहीं कर सकते या आपको अचानक ही कानों में मधुर संगीत सुनाई दे और आप आश्चर्य करें कि यहां आसपास तो कोई संगीत बज ही नहीं रहा। फिर भी वह कानों में सुनाई दे, तो आप समझ जाइए कि आप दैवीय शक्ति के सान्निध्य में हैं। ऐसा अक्सर उन लोगों के साथ होता है, जो निरंतर ही अपने इष्टदेव का मंत्र जप कर रहे होते हैं।


11. किसी की आवाज सुनाई देना :

आप रात्रि में गहरी नींद में सो रहे हैं और आपको लगता है कि किसी ने मुझे आवाज दी और आप अचानक ही उठ जाते हैं, लेकिन फिर आपको आभास होता है कि यहां तो कोई नहीं है।

लेकिन आवाज तो स्पष्ट थी। ऐसा आपके साथ कई बार हो जाता है तो आप समझ जाइए कि आप पर किसी अलौकिक शक्ति की कृपा है। ऐसे में आप अपने इष्ट का ध्यान करें और धन्यवाद दें।